Computer kya hai – बीसवीं शताब्दी में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला डिवाइस अगर देखा जाए तो वह कंप्यूटर ही होगा। कंप्यूटर एक ऐसा डिवाइस है जो input या raw data को लेकर उसको process करके output या final results में बदलता है। कंप्यूटर हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर एवं फर्मवेयर को संदर्भित करने वाला शब्द है।

कम्प्यूटर क्या है?: कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसकी सहायता से आप बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन आसानी से कर सकते हैं एवं इसकी सहायता से आप अपने डाटा को सुरक्षित रख सकते हैं एवं अपने डाक्यूमेंट्स को सिक्योर कर सकते हैं। कंप्यूटर आपको पीडीएफ फाइल बनाने की भी सहायता देता है और इसके अलावा आप अपना फोल्डर एवं कंप्यूटर की सहायता से आप म्यूजिक भ सुन सकते हैं और इंटरनेट की सुविधा भी आपको इस पर उपलब्ध की जाती है।
कंप्यूटर इनपुट द्वारा दिए गए निर्देशों को प्रोसेस करके आउटपुट आपको स्क्रीन पर रिजल्ट दर्शाता है।
computer एक ऐसा उपकरण है जिसकी सहायता से अर्थमैटिक एवं तार्किक कैलकुलेशन करना आसान हो जाता है और यही नहीं कंप्यूटर के अनेक कई फायदे हैं जो आप रोजमर्रा की जिंदगी में भी देख सकते हैं। Computer सिर्फ बिजनेस पर्सन के लिए ही नहीं है बल्कि यह छात्रों के लिए भी अति आवश्यक बन चुका है। आजकल अधीकांश पढ़ाई क्योंकि ऑनलाइन हो गई इसलिए इसमें कंप्यूटर छात्रों को पढ़ाई में काफी सहायक साबित होता है।
computer kya hai इसे जानने के लिए सबसे पहले हमें जानना होगा कि कंप्यूटर के तीन मुख्य घटक क्या है– सबसे पहले हम इनपुट की बात करेंगे इनपुट के अंतर्गत कीबोर्ड एवं माउस आता है और इसके बाद हम प्रोसेसर की बात करते हैं जिसे सीपीयू के द्वारा समझा जा सकता है सीपीयू यानी (CPU – Central Processing Unit) एवं आउटपुट जिसको हम डिस्प्ले या कंप्यूटर स्क्रीन के माध्यम से समझ सकते हैं।
कंप्यूटर का अर्थ (computer meaning in hindi)
computer Latin भाषा के शब्द computare से बना है एवं अंग्रेजी के compute वर्ड से लिया गया है जिसका हिंदी में अर्थ गणना करना होता है। compute का अर्थ calculate यानी गणना करना होता है। इसलिए ही इस शब्द का उपयोग किया गया है जिसकी सहायता से आप अपनी कैलकुलेशन को अति तीव्र गति से कंप्यूटर के द्वारा कर सकते हैं।
असल में कंप्यूटर का उद्देश्य गणना करना वह भी अति तीव्र गति से था पर समय के साथ-साथ इसमें और भी फंक्शन जुड़ते गए जिसकी सहायता से कंप्यूटर ने आज के घरों में अपनी जगह बना ली क्योंकि यहां काफी चीजों को आसान बना देता है जैसे कि आपकी किसी भी फाइल या डाटा को सेव करना हो या फिर चाहे आपको इंटरनेट की मदद लेनी हो या अन्य सभी व्यवसाय से संबंधित कार्य हो।
Computer का full form
संभवता काफी जन यह जानकर हैरान होंगे कि कंप्यूटर का कोई फुल फॉर्म भी होता है पर सच बात यह है कि कंप्यूटर असल में एक शॉर्ट फॉर्म में जिस का फुल फॉर्म हम आगे इस आर्टिकल में बताने वाले हैं तो कृपया इस आर्टिकल को ध्यान से अंत तक पढ़िए। तो आइए इस आर्टिकल में हम जानते हैं कि कंप्यूटर का आखिर असल में फुल फॉर्म क्या होता है–
- C– Commonly
- O– Operated
- M– Machine
- P– Particularly
- U– Used in
- T– Technical and
- E– Educational
- R– Research
क्योंकि कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के रूप में देखा जाता है और इसका ज्यादातर उपयोग तकनीकी एवं शैक्षणिक अनुसंधान में किया जाता है जिसमे यह काफी कारगर साबित होता है। इसके अलावा हम आपको बता दें कि कंप्यूटर को हिंदी में संगणक और अभीकलक यंत्र कहते हैं।
कंप्यूटर की परिभाषा (definition of computer)
यह (कंप्यूटर) एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो यूजर की कमांड पर इनपुट को प्रोसेस करके आउटपुट में बदलता है एवं गणना को आसान बनाता है।
Computer आंकड़ों की गणना करना आसान बनाता है और साथ ही साथ सारे डाटा व आंकड़ों को सुरक्षित स्टोर करता है। आप जब चाहे तब आंकड़ों को या अपनी फाइल्स को फोल्डर में जाकर चेक कर सकते हैं और वहां से भी कर सकते हैं एवं मॉडिफाई भी कर सकते हैं।
कंप्यूटर के गुण व विशेषताएं (Characteristics or features of computer)
कंप्यूटर हिंदी में जानने के बाद चलिए अब हम जानते हैं कंप्यूटर की कुछ विशेषताएं कृपया इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़े –
1. Speed
जैसा कि हम सब जानते हैं कंप्यूटर को तीव्र गति से परफॉर्म करने के लिए डिजाइन किया गया है और कंप्यूटर इस में माहिर है कि वह कोई भी फंक्शन बड़े आसानी से काफी तीव्र गति से कर सकता है क्योंकि इसी तरह प्रोग्रामिंग हुई है जिस कारण यह रिजल्ट काफी फास्ट शो कराता है वह डाटा को काफी जल्दी प्रोसेस करता है।
2. Accuracy
अगर सटीकता की तुलना की जाए तो कंप्यूटर का डाटा और उसकी परफॉर्मेंस काफी सटीक व एक्यूरेट पाई जाती है मैन्युअल मेथड की तुलना में। कंप्यूटर का कार्य हमेशा सटीक ही होता है इसमें सिर्फ यूजर के कारण उसकी डाटा एंट्री या उसके कमांड करने में गलती के कारण ही हो सकता है क्योंकि कंप्यूटर में जो डाटा फीड किया जाता है वह उसी के हिसाब से आपको रिजल्ट शो करता है।
3. Reliability
कंप्यूटर एक काफी विश्वसनीय सोर्स है और इसके द्वारा किया हुआ काम विश्वसनीय है क्योंकि जो भी एरर आता है वह मैनुअल मेथड में ज्यादा देखा जाता है बजाए कंप्यूटर के किए हुए रिजल्ट के। कंप्यूटर में फीड किया हुआ डाटा वर्षों बाद भी एक्यूरेट रहता है अगर कोई चीज की आवश्यकता है तो वह उसको चेंज करने की सुविधा भी उपलब्ध कराता है।
5. Super memory
कंप्यूटर की मेमोरी काफी साफ होती है जिससे सालों पुरानी फाइल भी आपको मिनटों में निकाल कर प्रेजेंट कर सकता है। आपकी चाय सालों पुरानी फाइल किसी भी फोल्डर में पड़ी होगी आपको सिर्फ सर्च करना है और आपको वह फाइल तुरंत मिल सकती है आप जो डाटा मेमोरी में फिट करेंगे वह आपको जब चाहे तब कंप्यूटर के द्वारा उपलब्ध कराया जा सकता है।
कंप्यूटर के मुख्य अंश (parts of computer in hindi)
जैसा कि हम जानते हैं कि कंप्यूटर कुछ पार्ट से मिलकर बना हुआ होता है तो हम आगे इस लेख में जानेंगे कि वह कौन से पार्ट हैं जिनको मिलाकर एक कंप्यूटर बनता है। इस लेख में आगे आपको कंप्यूटर के कुछ मुख्य अंश के बारे में जानने को मिलेगा एवं उनकी विशेषताएं एवं वक्त क्या काम करते हैं अभी आप आसानी से जान पाएंगे–

Motherboard
मदरबोर्ड कंप्यूटर का मुख्य सर्किट बोर्ड है। मदरबोर्ड एक पतली प्लेट होती है जिसके द्वारा कंप्यूटर का सारे सिस्टम कनेक्ट होते हैं और यह सारे कॉम्पोनेंट्स जैसे कि optical drive, CPU,hard drive,etc इससे जुड़े हुए होते हैं। मदरबोर्ड कंप्यूटर का एक अहम हिस्सा है जिसके द्वारा कंप्यूटर आसानी से फंक्शन कर पाता है तथा सारी कमांड व एक्शन आसानी से ले पाता है। इसकी सहायता से आप हार्ड ड्राइव में अपना डाटा स्टोर करके रख सकते हैं और जब चाहे तब आप अपने डेटा का एक्सेस ले सकते हैं।
CPU
CPU जिसे हम Central Processing Unit के नाम से भी जानते हैं। सीपीयू को कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है और यह मदरबोर्ड के अंदर पाया जाता है। जितना फास्ट सीपीयू का प्रोसेसर होगा उतनी जल्दी हमारा कंप्यूटर तेजी से फंक्शन कर पाएगा और तेजी से डाटा को load करने मे कारगर होगा एवं इंटरनेट सर्फिंग आसानी से कर पाएगा। सीपीयू ज्यादातर डाटा का विश्लेषण करने में मदद करता है और कंप्यूटर से जुड़ी हुई सारी प्रोसेसिंग को फास्ट बनाता है।
RAM
Random Access Memory यानी RAM यह कंप्यूटर में एक temporary memory का काम करती है। RAM जिसे हम GB(giga bytes), MB(mega bytes) की unit से समझ सकते हैं। जितने जीबी या एमबी का रैम होगा आपके कंप्यूटर में उतनी ही अच्छी तरह से प्रोसेस करेगा एवं उसकी स्पीड उतनी ही अच्छी होगी। पर अगर आप अपनी कोई फाइल को सेव करना चाहते हैं तो उसको आप सेव ऑप्शन पर जाकर अपने हार्ड ड्राइव में सेव कर सकते हैं क्योंकि वे एक टेंपरेरी मेमोरी सिस्टम है तो इसके कारण कंप्यूटर ऑफ होने पर आपका डाटा डिलीट हो सकता है।
Hard drive
हार्ड ड्राइव कंप्यूटर में एक परमानेंट मेमोरी रखने का सिस्टम है जो कई लेयर से बना होता है जिसमें सारा डाटा रखा जाता है और इसमें साथ ही साथ एक ऑप्शन दिया जाता है जिसकी मदद से आप डाटा को रीड एवं राइट कर सकते हैं। आपका सारा डाटा हार्ड ड्राइव में सुरक्षित होता है और आप जब चाहे तब अपने डाटा को एक्सेस कर सकते हैं हार्ड ड्राइव की मदद से।
Computer system in hindi
कंप्यूटर सिस्टम में कंप्यूटर की प्रणाली को दो भागों में विभाजित किया गया है–
Computer Hardware
कंप्यूटर हार्डवेयर यह कंप्यूटर का वह सिस्टम है जिसे हम देख व छू सकते है। इसे हम एक उदाहरण के तौर पर समझ सकते हैं जैसे कि कंप्यूटर का मॉनिटर या स्क्रीन है जिसे हम साफ तौर पर देख या छू सकते हैं या फिर जैसे की mouse जिसे हम नेविगेशन के लिए इस्तेमाल करते हैं।और देखा जाए तो टेक्नोलॉजी के अपडेट होते ही कंप्यूटर हार्डवेयर में भी नए बदलाव देखने को मिले हैं जैसे कि इनकी शेप साइज आदि में काफी बदलाव आए हैं इनके शुरुआती दौर से।

Computer software
computer software यह कंप्यूटर की ऐसी प्रणाली है जिसे हम देख या छू नहीं सकते परंतु हम इसके फंक्शन को रिजल्ट के रूप में जरूर देख सकते हैं एवं इसके द्वारा किए जाने वाले कार्यों को चेक कर सकते हैं। Computer software computer के operating system एवं उसके विकास पर निर्धारित होता है जितना अच्छा उसका ऑपरेटिंग सिस्टम होगा कंप्यूटर भी उतना अच्छा फंक्शन करेगा। कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के ही द्वारा कमांड व घटनाओं को समझ पाता है जिससे उसका फंक्शन करना काफी आसान बन जाता है।

इन सभी जानकारियों में हमने जाना कि कंप्यूटर सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर दोनों ही कंप्यूटर के सही तरह से फंक्शन करने के लिए बेहद जरूरी है। और आगे अन्य महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें।
Computer का उपयोग
हमें कंप्यूटर के जनक Charles Babbage का धन्यवाद करना चाहिए जिनकी वजह से आज हम सब कंप्यूटर का इस्तेमाल कर पा रहे हैं। क्योंकि इन्होंने ही एनालिटिकल इंजन का आविष्कार किया जो आगे जाकर कंप्यूटर में परिवर्तित हुआ जिसकी सहायता से आज हमारे सारे कार्य आसानी से हो रहे हैं।
अगर कंप्यूटर का उपयोग देखा जाए तो हम यहां अपनी आम जिंदगी में भी काफी आसानी से देख सकते हैं जैसे कि आजकल कंप्यूटर पढ़ाई में एवं व्यापार में और अकाउंट में एवं अन्य सभी फील्ड में मदद करता है जिनकी वजह से हम अपना डाटा स्टोर कर सकते हैं या नई इंफॉर्मेशन पा सकते हैं या कुछ नया इन्वेंशन कर सकते हैं और यह सब सिर्फ कंप्यूटर की मदद से ही हो पाया है।
Personal Computer किसे कहते हैं ?
हम आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि पर्सनल कंप्यूटर जो आप अपने घरों में इस्तेमाल करते हैं उसी को कहा जाता है पर्सनल कंप्यूटर जिसे हम सामान्य भाषा में इसकी शार्ट फॉर्म जो कि PC है इसके नाम से जानते हैं और पीसी को माइक्रो कंप्यूटर भी कहते हैं क्योंकि इसे एक समय पर एक ही व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है इसलिए इसको माइक्रोकंप्यूटर भी कहा जाता है।

FAQs (Frequently asked questions)
Q: कंप्यूटर का जनक कौन है?
Ans: Charles Babbage computer के जनक कहे जाते हैं।
Q: कंप्यूटर की फुल फॉर्म क्या है?
Ans: computer की फुल फार्म Commonly Operated Machine Particulary Used for Technical and Educational Research है।
Q: computer का क्या कार्य है?
Ans: कंप्यूटर इनपुट या रॉ डाटा को लेकर उसे प्रोसेस कर कर आउटपुट या फाइनल रिजल्ट में बदलता है एवं सभी फाइल और आपका डाटा सेव करता है। इसके अलावा कंप्यूटर के काफी सारे उपयोग है।
7 Comments
Rajesh Gupta
Kavreti
यह वेबसाइट सचमुच में एक श्रेष्ठ जानकारी स्त्रोत है जो उन लोगों के लिए उपयुक्त हो सकता है जिन्हें कंप्यूटर के बारे में अधिक जानकारी चाहिए। यह साइट कंप्यूटर के मूल अवश्यकताओं से लेकर उसके कार्यों और उपयोगों तक के विस्तृत विवरण प्रदान करती है।
Features of computer
hi
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो दिए गए निर्देशों को प्रोसेस करके उसका परिणाम देता है।
कम्प्यूटर में मैमोरी की आवश्यकता क्यों होती है? कम्प्यूटर मैमोरी के विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
कम्प्यूटर की मैमोरी वह इलेक्ट्रॉनिक स्थान है जहाँ डाटा, सूचना और प्रोग्राम संग्रहीत रहते हैं और आवश्यकता होने पर तत्काल उपलब्ध होते हैं। जिस प्रकार मनुष्य के दिमाग में याद रखने की क्षमता होती है वह उस याद रखने की क्षमता (मैमोरी) का प्रयोग अपने कार्यों को करने में करता है, इसी प्रकार कम्प्यूटर में डाटा तथा निर्देशों को संग्रह करने की क्षमता होती है जो कम्प्यूटर की मैमोरी कहलाती है। इसका कार्य किसी इनपुट डिवाइस से लिए गए डाटा को संग्रहीत करके आवश्यकतानुसार प्रदर्शित करना है। मैमोरी प्रत्येक कम्प्यूटर का एक महत्वपूर्ण भाग है। बिना मैमोरी के कम्प्यूटर कार्य नहीं कर सकता। मैमोरी में संग्रह के लिए अनेक स्थान (Locations) होते हैं, जिनकी संख्या निश्चित होती है। मैमोरी को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया जा सकता है –
1. मुख्य मैमोरी (Main Memory)
2. बाह्य मैमोरी (External memory)।
मुख्य मैमोरी (Main Memory) – इसे प्राथमिक मैमोरी (Primary Memory) अथवा आन्तरिक मैमोरी (Internal Memory) भी कहा जाता है। यह प्राथमिक तथ्यों की संगणना प्रोग्राम में लिखित निर्देशों के अनुसार करती है। यह सीपीयू का ही भाग होती है। मुख्य मैमोरी को दो भागों में बाँटा जा सकता है।
अस्थायी मैमोरी अथवारेन्डम एक्सेस मैमोरी (Volatile Memory or Random Access Memory-RAM) – RAM में डाटा या प्रोग्राम अस्थाई रूप से रहते हैं। कम्प्यूटर को बन्द करने अथवा पॉवर सप्लाई (Power Supply) बन्द हो जाने पर इसमें संग्रहीत डाटा स्वयं ही मिट जाता है। इसलिए इसे अस्थायी (volatile) मैमोरी भी कहा जाता है। RAM में संग्रहीत डाटा को कभी भी पढ़ा (Read) एवं लिखा (writing) तथा एक्सेस (Access) किया जा सकता है।
स्थायी मैमोरी अथवा रीड ऑनली मैमोरी (Non Volatile Memory and Read Only Memory)ROM में डाटा या प्रोग्राम स्थायी रूप से संग्रहीत रहते हैं। कम्प्यूटर के बन्द हो जाने या विद्युत आपूर्ति बन्द हो जाने पर भी इसमें डाटा सुरक्षित रहता है, इसलिए इसे स्थायी (Non volatile) मैमोरी कहा जाता है। इसमें संग्रहीत डाटा को केवल पढ़ा (Read) जा सकता है, पुनः लिखा (write) नहीं जा सकता।
बाह्य मैमोरी (External Memory) – डाटा को स्थायी (Permanent) रूप से संग्रहीत करने के लिए बाह्य मैमोरी (External Memory) की आवश्यकता होती है। इसे द्वितीयक मैमोरी (Secondary Memory) भी कहा जाता है। यह मैमोरी चुम्बकीय (magnetic) अथवा प्रकाशीय (Opitcal) होती है। इनमें संग्रहीत डाटा हमेशा सुरक्षित रहता है तथा कम्प्यूटर बन्द हो जाने या खराब हो जाने पर भी डाटा नष्ट नहीं होता है। उदाहरणतः-हार्ड डिस्क, फ्लॉपी, मैग्नेटिक टेप आदि
amazing